GST Me Career Kaise Bnaye जीएसटी में करियर कैसे बनाएं? योग्यता, कार्य और सैलरी #Storiesviewforall

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GST Me Career Kaise Bnaye जीएसटी में करियर कैसे बनाएं? योग्यता, कार्य और सैलरी #Storiesviewforall

जैसा कि हम आप सभी को बता दें कि यदि आप लोग जीएसटी में अपना करियर बनाने के इच्छुक है, तो आप जीएसटी प्रैक्टिशनर बनकर अपना भविष्य बेहतरीन बनाने हेतु सक्षम हो सकते हैं। जैसे कि आपको पता ही होगा कि 1 जुलाई 2017 को जीएसटी लागू की गई थी, उसी के साथ जीएसटी प्रैक्टिशनर कैसे बने? इसकी डिमांड भी बढ़ती गई। बहुत से लोग अब जीएसटी प्रैक्टिशनर बनने के लिए उत्सुक है, यदि आप जीएसटी प्रैक्टिशनर बनना चाहते है, तो हम आपको इस आर्टिकल के अंतर्गत How to become GST Practitioner?

स्वतंत्रता के उपरांत जीएसटी सबसे बड़े टैक्स के सुधार के रूप में आज के समय की स्थिति को जांचते हुए लागू किया गया है। एक राष्ट्र, एक कर और एक बाजार पर आधारित जीएसटी इस प्रकार के कल सुधार के रूप में हमारे सामने आया है। जिसके पूर्व सिर्फ एक ही वस्तु के अलग- अलग राज्यों में विभिन्न मूल्य होते हैं। इसीलिए हमारे द्वारा आप सभी को GST Kya Hota hai? GST Practitioner kaise bane? इसके बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी बताई गई है।

जीएसटी का इतिहास (History of GST)

यदि जीएसटी के इतिहास की बात की जाए, तो जीएसटी के इतिहास के अंतर्गत यही बताया गया है कि जब प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की सरकार वर्ष 2003 में थी।  फिर उन्होंने कर को सुधारने के प्रण को लेकर आगे बढ़ते हुए केलकर सीमित का गठन जीएसटी के लिए किया। लेकिन उस समय कुछ ऐसी समस्या उत्पन्न हो गई थी कि किसी कारणवश उसे लागू नहीं किया जा सका। उसके उपरांत कांग्रेस (UPA) सरकार ने 2006 के अंतर्गत जीएसटी की आवश्यकता को सदन के अंतर्गत बड़े ही जोर-शोर से सदन में रेखांकित किया।

हम आपको बता दे, उसके बाद जीएसटी को 2011 के अंतर्गत सदन में प्रस्तुत किया गया। परंतु यह विधेयक संसद में आगे बढ़ाने में सक्षम नहीं हो पाया, यानी कि रुक गया। घटना के उपरांत जब बीजेपी की सरकार (एनडीए) यानी कि मोदी की सरकार का आगमन हुआ। तो बहुत बेकार के उतार-चढ़ाव का सामना करते हुए जीएसटी विधायक लास्ट स्टेज पर पहुंच गया और उसके उपरांत जीएसटी को 1 जुलाई 2017 को लागू कर दिया गया। इस प्रकार इसे ही जीएसटी का इतिहास के नाम से जाना जाता है।

जीएसटी प्रैक्टिशनर कौन होता है? (Who is a GST Practitioner?)

यदि आप लोग जीएसटी प्रैक्टिशनर बनना चाहते है, तो आप लोगों को जीएसटी प्रैक्टिशनर कौन है? इसके बारे में बताया गया है। यदि आपको यह पता होगा तभी आप जीएसटी प्रैक्टिशनर बनने में सक्षम हो पाएंगे। यदि आप लोग यह जानना चाहते हैं कि जीएसटी प्रैक्टिशनर कौन होता है? हम आपको बता दे कि जीएसटी प्रैक्टिशनर सरकार के माध्यम से मान्यता प्राप्त किया हुआ, वह व्यक्ति होता है। 

जिसको करदाता जीएसटी से जुड़े हुए अपने काम करने की परमिशन देते हैं। सिर्फ वही व्यक्ति जीएसटी बनने के लिए आवेदन करने हेतु सक्षम हो सकता साथ ही साथ उसे सरकार द्वारा आधारित किए हुए मापदंडों पर भी सफल हो पाता है। जीएसटी के जरिए करदाता को जीएसटी रजिस्ट्रेशन से लेकर रिटर्न दाखिल करने तक बहुत सारे काम करने होते हैं। ऐसे बहुत सारे करदाता ऐसे कार्य जीएसटी प्रैक्टिशनर से करवाते हैं।

शैक्षणिक योग्यता (Eligibility Criteria)

हम आपको बता दे यदि आप जीएसटी प्रैक्टिशनर बनने के इच्छुक हैं। तो आप लोगों को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि यदि आपने बीकॉम, एलएलबी, बीबीए, एमबीए सीए, सीएस के अतिरिक्त कोई भी ग्रेजुएट डिग्री है, तो आप आसानी से जीएसटी प्रैक्टिशनर बन सकते है। यही नहीं बल्कि जो साधारण ग्रेजुएट भी है, वह भी जीएसटी से संबंधित वोकेशनल कोर्स करने के उपरांत जीएसटी प्रैक्टिशनर के रूप में काम करने हेतु सक्षम हो सकते है।

 यह प्रैक्टिशनर कारोबारियो को रजिस्टर्ड करवाने से लेकर रिटर्न दाखिल करने तक में काफी ज्यादा सहायता करते हैं। यदि आपने कॉमर्स से ग्रेजुएशन किया है तो यह आपके लिए बहुत ही ज्यादा अच्छा मौका रहेगा। इसके लिए आपको अकाउंटिंग की जानकारी तो होनी चाहिए बल्कि उसके साथ-साथ टेक्स्ट लकी बेसिक समझ में होनी चाहिए यही नहीं बल्कि अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर जैसे टैली की जानकारी भी होना बेहद जरूरी है। इसके अतिरिक्त आपके पास कुछ आवश्यक योग्यताएं भी होनी जरूरी है:-

  • सर्वप्रथम व्यक्ति भारत का नागरिक होना आवश्यक तौर पर जरूरी है।
  • इसके साथ-साथ आपको सोचने व कारणों का विश्लेषण करने में वह समझने की क्षमता अवश्य ही होनी चाहिए।
  • यही नहीं बल्कि व्यक्ति किसी भी तरह से दिवालिया ना होना चाहिए।
  • इसके साथ-साथ व्यक्ति कोर्ट द्वारा किसी भी प्रकार के अपराध में दोषी न ठहराया गया हो।

जीएसटी प्रैक्टिशनर कौन बन सकता है (Who can become a GST Practitioner?)

हम आपको बता दें की यदि आप जीएसटी बनना चाहते हैं, तो आपके पास सुनिश्चित शैक्षणिक योग्यता तो होनी चाहिए बल्कि इसके साथ-साथ कुछ अनुभव संबंधी योग्यताएं भी होना जरूरी है। इससे आप जीएसटी प्रैक्टिशनर बनने में अवश्य ही सफल हो जाएंगे। यदि आप लोग जीएसटी प्रैक्टिशनर बनने के इच्छुक है, तो हमने आप सभी को नीचे कुछ योग्यताओं के बारे में बताया है, यह योग्यता निम्न प्रकार से:-

  • जिन छात्रों ने कॉमर्स, लॉय या बैंकिंग से ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री किसी ऐसे इंस्टिट्यूट दिया यूनिवर्सिटी से प्राप्त की है। जोकी भारत सरकार के द्वारा मान्यता प्राप्त हो।
  • वह व्यक्ति जीएसटी प्रेक्टिशनर बनने हेतु सक्षम हो सकता है। जो स्टेट कमर्शियल, टेक्स डिपार्टमेंट या सेंट्रल कस्टम डिपार्टमेंट से रिटायर्ड हो और लगभग 2 साल अपने कार्यालय के अंतर्गत ग्रुप बी गजेटेड ऑफिसर की रैंक पर उपस्थित रहा हो।
  • वह छात्र जिन्होंने सरकारी जीएसटी प्रैक्टिशनर का सर्टिफिकेट हासिल किया हो।
  • इसके साथ-साथ वह लोग भी जिन्होंने चार्टर्ड अकाउंट की परीक्षा भी पास की हो।
  • या फिर भारत कंपनी की सचिव संस्थान की अंतिम परीक्षा को पास किया हो।

जीएसटी प्रैक्टिशनर का काम क्या होता है? (What is work of GST Practitioner)?

जैसा कि हम आप सभी को बता दे कि भारत के अंतर्गत सवा करोड़ से भी ज्यादा टैक्स प्रदाता व्यापारी है। जिसमें से बहुत से तो मध्य और लघु व्यापारी के नाम से जाना जाता है, जिनके लिए चार्टर्ड अकाउंटेंट की भारी फीस देना काफी ज्यादा मुश्किल हो जाता है। इसीलिए वे अपने काफी छोटी-छोटी काम जीएसटी प्रैक्टिशनर द्वारा करवाते हैं। उनके कार्य की लिस्ट हमने आप सभी को नीचे बताई है। जो कि आप लोगों को अवश्य पढ़नी चाहिए:-

  • जीएसटी रजिस्ट्रेशन के अमेंडमेंट के लिए अप्लाई करना।
  • छोटी बड़ी कंपनियों के वेंडर्स दुकानों और कमर्शियल एस्टेब्लिशमेंट के बिजनेस रजिस्टर्ड करना।
  • जीएसटी नेटवर्क से संबंधित चीजे व प्रक्रिया है जिन्हें जाने वह समझने में सहायता करना।
  • मासिक और त्रैमासिक GST रिटर्न दाखिल करना।
  • आउटवार्ड और इनवार्ड सप्लाई का ब्यौरा देना।
  • वार्षिक या अंतिम रिटर्न दाखिल करना।
  • जीएसटी रजिस्ट्रेशन को रद्द करने जैसी कर जीएसटी प्रैक्टिशनर को ही करने होते हैं।
  • जीएसटी रिफंड के लिए अप्लाई करना।

सर्टिफाइड जीएसटी प्रैक्टिशनर कैसे बने? (How to become certified GSt practitioner?)

यदि आप लोग सर्टिफाइड जीएसटी प्रैक्टिशनर बनने के इच्छुक है, तो आपको स्वयं की जीएसटी पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ेगा। जैसे ही आपका रजिस्ट्रेशन हो जाएगा। रजिस्ट्रेशन होने के बाद 2 साल के अंतर्गत आपको जीएसटीपी का एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। हम आपको बता दें कि एग्जाम के अंतर्गत आपको 50% अंक लाना अनिवार्य है।

यदि आप एग्जाम में पास हो जाते हैं, तो एग्जाम में पास होने के बाद आप सर्टिफाइड जीएसटी प्रैक्टिशनर बन जाएंगे। जीएसटीपी से प्रमाण पत्र करके सर्टिफाइड जीएसटी प्रैक्टिशन बनाकर आपको करदाता के सामने व्यवसाय के माध्यम से उपलब्ध कराई जाने वाली सेवाओं के लिए विश्वास व विश्वसनीय बढ़ाने में काफी ज्यादा सहायता मिलेगी।

ऑनलाइन जीएसटी प्रैक्टिशनर रजिस्ट्रेशन कैसे करे? (How to do Online Registration for a GST Practitioner?)

यदि आप ऑनलाइन जीएसटी प्रैक्टिशनर रजिस्टर करना चाहते हैं, तो उसके लिए आपके पास सारे जरूरी डॉक्यूमेंट होना आवश्यक तौर पर जरूरी है। जो हमने आप सभी को कुछ निम्न प्रकार से बताएं हैं:-

  • डिग्री का सर्टिफिकेट 
  • आधार कार्ड
  • पेन कार्ड
  • jPeg या पीडीएफ फाइल में अपनी photos
  • प्रोफेशनल एड्रेस के सारे डाक्यूमेंट्स जो jpeg या पीडीएफ फाइल में मौजूद हूं।

यदि आप लोग इसके बारे में स्टेप बाय स्टेप जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे द्वारा आप सभी को निम्न प्रकार ऑनलाइन जीएसटी एडिशनल कैसे करें? इसके बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है- 

Step. 1

सर्वप्रथम तो आपको रजिस्ट्रेशन के लिए जीएसटी की वेबसाइट www.gst.gov.in के अंतर्गत जाए, उसके उपरांत सबसे ऊपर सर्विसेज पर क्लिक करना ना भूले। सर्विसेज पर क्लिक करने के बाद रजिस्ट्रेशन टाइप पर जाएं। न्यू रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करें, इसके उपरांत आपका रजिस्ट्रेशन पेज ओपन हो जाएगा।

Step. 2

हम आपको बता दे की रजिस्ट्रेशन फॉर्म पर आपको कुछ जानकारी भरनी होगी। जोकि निम्न प्रकार से है:-

  • आई एम ए ड्रॉप डाउन को जीएसटी प्रैक्टिशनर के रूप में चुने।
  • इस ड्रॉपडाउन से राज्य और जिले को चुने।
  • नंबन, ईमेल, एड्रेस और मोबाइल नंबर को अवश्य भरे।
  • उसके बाद कैप्चा कोड भरना ना भूले और उसके उपरांत प्रोसीड पर क्लिक करें।
  •  इसके उपरांत आपका ओटीपी खुल जाएगा।

Step. 3

हम आपको बता दें कि आपको दो प्रकार के ओटीपी नंबर मिलेंगे। एक तो आपको ईमेल पर मिलेगा और दूसरा आपके मोबाइल नंबर पर मिलेगा, दोनों को ओटीपी वाले पेज पर बिल्कुल ध्यान से आपको भरना है और उसके उपरांत आपको प्रोसीड पर क्लिक करना है।

Step. 4

इसके पश्चात आपको एक TRN नंबर प्राप्त होगा। सबसे पहले नंबर को या तो आप कॉपी कर ले या फिर लिख ले  उसके बाद आपको प्रोसीड पर क्लिक कर देना है।

Step. 5

अगले पेज पर आपको कैप्चा कोड भरना है और जो आपने TRN नंबर कॉपी किया था उसे आपको ध्यानपूर्वक भरना है। उसके बाद प्रोसीड पर क्लिक करना ना भूले।

Step. 6

जिसके उपरांत आपका एक ओटीपी पेज खुलेगा। उसके साथ-साथ आपकी रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक और ओटीपी आपको देखने को मिलेगा। उसे भरकर प्रोसीड पर क्लिक अवश्य करें।

Step. 7

उसके बाद अगले पेज पर आपके द्वारा भरी गई जानकारी आपको देखने को मिलेगी। जिसके अंतर्गत आपकी फॉर्म की क्रिएशन डेट होगी और एक्सपायरी डेट होगी। आपको इस पेज पर आगे एडिट पर क्लिक करना होगा।

Step. 8

नेक्स्ट पेज पर आपको बॉक्स देखने को मिलेंगे। जिसमें आपको चार तरह की जानकारी भरनी होगी। यदि आप इन चार तरह की जानकारी को नहीं भरेंगे । तो आपका फॉर्म कंप्लीट नहीं होगा। निम्न प्रकार हमने बताया है कि आपको किस प्रकार की जानकारी फार्म में भरनी है-

1. सामान्य जानकारी (General details)

  1. सर्वप्रथम सेंटर ऑप्शन पर क्लिक करे।
  2. आपने जिस फील्ड के अंतर्गत ग्रेजुएशन किया है उसको इनरोलमेंट sought as के बॉक्स में जाकर के अपनी डिग्री को सेलेक्ट करना ना भूले।
  3. वहां से अपनी डिग्री की यूनिवर्सिटी का नाम भी अवश्य भरे।
  4. उसके उपरांत डिग्री कौन से ईयर में अपने पास की है, वह भी भरे।
  5. डिग्री का नाम भरना ना भूले।
  6. उसके उपरांत क्वालीफाइंग डिग्री के सारे डॉक्यूमेंट को डाउनलोड अवश्य करें।

2. आवेदक का विवरण (Applicant detail)

  1. DOB को भरें, उसके बाद फर्स्ट मिडिल और लास्ट नाम अवश्य भरे।
  2. मेल, फीमेल जैसी अन्य डीटेल्स को चुने और उसके उपरांत जेपीसी में फोटो अपलोड अवश्य करें। हम आपको बता दे की फोटो का आकार 100 केबी से ज्यादा ना हो।
  3. जैसे ही आपका फॉर्म पूरा भर जाता है और फोटोग्राफ अपलोड होने के बाद अगले भाग पर जाने हेतु प्रोसीड पर आवश्यक क्लिक करे।

3. व्यावसायिक पता (Professional Address)

  1. इसके अंतर्गत आपको कोड के साथ पता को दर्ज करना है और पार्ट ए से संबंधित राज्य और जिले को ऑटो पॉपुलर किया जाता है।
  1. ड्रॉप डाउन मेनू से उपरोक्त पेशेवर पेट के प्रमाण का चयन अवश्य करें।
  2. जो भी पेशेवर पेट के चुने हुए प्रमाण होंगे। उसे jpeg या पीडीएफ प्रारूप में अपलोड करके इसका फाइल साइज 1 एमबी से अधिक ना हो।
  3. फार्म के साथ-साथ दस्तावेज जैसे ही अपलोड हो जाते हैं, उसके बाद आप  प्रोसीड पर क्लिक करना ना भूले।

4. सत्यापन पृष्ठ (Verification)

  1. आपको सत्यापन विवरण के साथ उसका चेकअप करना होगा और उसके साथ-साथ उसका चयन करके उसके स्थान को दर्ज करें।
  2. BSSC सिग्नेचर AIBC का इस्तेमाल करके आवेदन का जमा करना चुने। E – सिगनेचर के लिए आवेदक विवरण अनुभाग में आधार संख्या को अपडेट करना ना भूले।

यदि आप एक बार सफलता संदेश को प्रदर्शित किया जाएगा। उसके बाद आवेदक को अपनी पंजीकृत ईमेल आईडी पर 15 मिनट के अंतर्गत एक एक्नॉलेजमेंट आपको उपलब्ध होगी। यह जीएसटी प्रैक्टिशनर के रूप में पंजीकृत करने के लिए आपकी प्रक्रिया को पूर्ण कर देगा।

जीएसटी प्रैक्टिशनर एक्जाम? (GST Practitioner Exam?)

हम आपको बता दे कि जीएसटी प्रैक्टिशनर के रजिस्ट्रेशन के उपरांत आपको 2 साल के अंतर्गत जीएसपी परीक्षा आवश्यक तौर पर देनी होगी। जो NACIN (National Academy of customs And Indirect tax and Narcotics) के माध्यम से आयोजित कराई जाएगी। इसके लिए आपको एन ए सी आई एन की वेबसाइट http://nacin.gov.in./ पर जानकारी उपलब्ध होती है। तो आईए जानते हैं कि इसकी पूरी प्रक्रिया क्या होती है।

1. एग्जाम डेट (EXam date)

पूरे भारतवर्ष के अंतर्गत यह परीक्षा डेजिग्नेटिड सेंटर्स पर वर्ष वर्ष में दो बार आयोजित कराई जाती है। हम आपको बता दे की कैंडीडेट्स अपने पसंद  का विकल्प चुनने हेतु सक्षम हो सकता है। एग्जाम की तारीख nacin के माध्यम से नोटिफाई की जाती है और उसके उपरांत जीएसटी पोर्टल जीएसटी परिषद सचिवालय और प्रमुख अंग्रेजी और क्षेत्रीय समाचार पत्रों में प्राप्त कराई जाती है।

2. एक्जाम रजिस्ट्रेशन (Exam Registration)

यदि आप लोग एग्जाम रजिस्टर करना चाहते हैं, तो आपको NACIN की रजिस्ट्रेशन वेबसाइट nacin.onlineregistrationform.org पर जाना पड़ेगा। इसके बाद इसके अंतर्गत Log in करने के लिए जीएसटी इनरोलमेंट नंबर जिसे हम यूजर आईडी भी कह सकते हैं, और इसके साथ-साथ आपका पैन नंबर जोकि पासवर्ड होता है इन सबकी आवश्यकता पड़ती है। आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए की रजिस्ट्रेशन करते समय एग्जाम की आपको कुछ फीस भी देनी पड़ती है। यह फीस आपको एन ए सी आई एन वेबसाइट पर पता चल जाएगी

3. रिजल्ट (Result)

जब आपका एग्जाम आयोजित हो जाता है, उसके 1 महीने के बाद आपका रिजल्ट आपको देखने को मिलता है। रिजल्ट की सूचना आपको ईमेल द्वारा या डाक द्वारा प्राप्त होगी। साथ ही साथ हम आपको बता दें कि एग्जाम में आपको 50% मार्क्स हासिल करना आवश्यक तौर पर जरूरी होता है। यदि आप परीक्षा में पास हो जाते हैं, तो उसके बाद एक आप अच्छे सर्टिफिकेट जीएसटी प्रैक्टिशनर बन जाते हैं।

जीएसटी में करियर कैसे बनाएं इससे संबंधित कुछ प्रश्न का उत्तर (FAQs):-

Q:- 1. जीएसटी का इतिहास क्या है?

Ans:- 1. जब प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की सरकार वर्ष 2003 में थी। फिर उन्होंने कर को सुधारने के प्रण को लेकर आगे बढ़ते हुए केलकर सीमित का गठन जीएसटी के लिए किया गया था। परंतु यह विधेयक संसद में आगे बढ़ाने में सक्षम नहीं हो पाया। इस घटना के उपरांत जब बीजेपी मोदी सरकार का आगमन हुआ। तो बहुत प्रकार के उतार-चढ़ाव का सामना करते हुए जीएसटी विधायक लास्ट स्टेज पर पहुंच गया और उसके उपरांत जीएसटी को 1 जुलाई 2017 को लागू कर दिया गया।

Q:- 2. जीएसटी प्रैक्टिशनर कौन होता है?

Ans:- 2.जीएसटी प्रैक्टिशनर सरकार के माध्यम से मान्यता प्राप्त किया हुआ वह व्यक्ति होता है, जिसको करदाता जीएसटी से जुड़े हुए अपने काम करने की परमिशन देते हैं। सिर्फ वही व्यक्ति जीएसटी बनने के लिए आवेदन करने हेतु  सक्षम हो सकता है। जो सरकार द्वारा आधारित किए हुए मापदंडों में भी सफल हो पाता है। ऐसे बहुत सारे करदाटा ऐसे कार्य जीएसटी प्रैक्टिशनर से करवाते

Q:- 3. जीएसटी प्रैक्टिशनर बनने की योग्यता क्या होती है?

Ans:- 3. यदि आपने बीकॉम, एलएलबी, बीबीए, एमबीए सीए, सीएस के अतिरिक्त कोई भी ग्रेजुएट डिग्री है, तो वह आसानी से जीएसटी  प्रैक्टिशनर बन सकता है। सर्वप्रथम व्यक्ति भारत का नागरिक होना चाहिए। इसके साथ-साथ आपको सोचने व कारणों का विश्लेषण करने में वह समझने की क्षमता अवश्य ही होनी चाहिए। यही नहीं बल्कि व्यक्ति किसी भी तरह से दिवालिया ना होना चाहिए। इसके साथ-साथ व्यक्ति कोर्ट द्वारा किसी भी प्रकार के अपराध में दोषी न ठहराया गया हो।

Q;- 4. जीएसटी प्रैक्टिशनर में कौन-कौन बन सकता है?

And:- 4. जिन छात्रों ने कॉमर्स, लॉ या बैंकिंग से ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री की है। जो की भारत सरकार के द्वारा मान्यता प्राप्त हो। वह छात्र जिन्होंने सरकारी जीएसटी प्रैक्टिशनर का सर्टिफिकेट हासिल किया हो। इसके साथ- साथ वह लोग भी जिन्होंने चार्टर्ड अकाउंट की परीक्षा भी पास की हो या फिर भारत कंपनी की सचिव संस्थान की अंतिम परीक्षा को पास किया हो।

Q:- 5. जीएसटी प्रैक्टिशनर को क्या-क्या काम करने होते हैं?

Ans:- 5. छोटी बड़ी कंपनियों के बेंडर्स दुकानों और कमर्शियल एस्टेब्लिशमेंट के बिजनेस रजिस्टर्ड करना, जीएसटी रजिस्ट्रेशन के अमेंडमेंट के लिए अप्लाई करना, मासिक और त्रैमासिक गेट रिटर्न दाखिल करना, वार्षिक या अंतिम रिटर्न दाखिल करना, जीएसटी रिफंड के लिए अप्लाई करना, जीएसटी नेटवर्क से संबंधित चीजे व प्रक्रिया है। जिन्हें जाने वह समझने में सहायता करना, आउटवार्ड और इनवार्ड सप्लाई का ब्यौरा देना।

Q:- 6. सर्टिफाइड जीएसटी प्रैक्टिशनर कैसे बने?

Ans:- 6.यदि आप लोग सर्टिफाइड जीएसटी प्रैक्टिशनर बनने के इच्छुक है, तो आपको स्वयं जीएसटी पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ेगा। जैसे ही आपका रजिस्ट्रेशन हो जाएगा। रजिस्ट्रेशन होने के बाद 2 साल के अंतर्गत आपको जीएसटी का एग्जाम देना होगा। एग्जाम के अंतर्गत आपको 50% अंक लाना अनिवार्य है। एग्जाम में पास होने के बाद आप सर्टिफाइड जीएसटी प्रैक्टिशनर बन जाएंगे।

Q:- 7. प्रैक्टिशनर रजिस्ट्रेशन कैसे करें?

And:- 7.  यदि आप प्रैक्टिशनर रजिस्ट्रेशन करना चाहते हैं,  तो आप लोगों को इसके बारे में जानकारी प्राप्त होनी चाहिए। हमने आप सभी को ऊपर प्रैक्टिशनर रजिस्टर करने हेतु स्टेप बाय स्टेप संपूर्ण जानकारी बताई है। जोकि आप सभी को अवश्य पढ़नी चाहिए। यह जानकारी आप लोगों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है।

 

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