How to start Bus Service Business in India.बस का बिजनेस कैसे शुरू करें। #Storiesviewforall

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Bus Service Business Plan in India in Hindi – भारत जैसे जनाधिक्य वाले देश में हर रोज करोड़ों लोग विभिन्न ट्रांसपोर्ट के माध्यमों से यात्रा करते हैं। और इन ट्रासंपोर्ट के माध्यमों में खास तौर पर यात्रा यानिकी सवारियों को एक स्थान से दुसरे स्थान तक ले जाने में बसों का अपना अहम् योगदान है।

जहाँ पहले भारत के ग्रामीण इलाकों में सड़कों की भारी कमी थी, वही अब प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत लगभग सभी ग्रामीण इलाकों को सड़कों से जोड़ने का काम किया जा रहा है। जिसमें सरकार को लगभग सफलता भी प्राप्त हुई है।

How to start Bus Service Business in India
How to start Bus Service Business in India

आज के समय में ग्रामीण इलाकों से शहरों में पहुँचना आसान हो गया है, क्योंकि ग्रामीण इलाके भी मुख्य सड़कों से जुड़ चुके हैं। आम तौर पर एक आम आदमी एक स्थान से दुसरे स्थान को यात्रा करते वक्त बस का अधिक इस्तेमाल करता है।

वह इसलिए क्योंकि रेलवे की कनेक्टिविटी सम्पूर्ण भारत में नहीं है, और ट्रांसपोर्ट के अन्य माध्यम जैसे टैक्सी इत्यादि आम आदमी की पहुँच से बाहर होते हैं। ऐसे में भारत में अधिकतर लोग कम दूरी के लिए बसों में ही यात्रा करना पसंद करते हैं।

ऐसे में यदि आप ट्रांसपोर्ट से सम्बंधित कोई बिजनेस शुरू करने की सोच रहे हैं तो आप अपना खुद का Bus Service Business शुरू कर सकते हैं। यह आप कैसे करेंगे? आज हम हमारे इस लेख के जरिये यही बताने जा रहे हैं।

बस का बिजनेस कैसे शुरू करें (How to start Bus Service Business In India) :

यद्यपि बहुत सारे लोग खुद का बस का बिजनेस शुरू करने के लिए किसी तरह की योजना नहीं बनाते हैं। यानिकी जब उन्हें लगता है की उनके पास बस खरीदने के लिए पैसे उपलब्ध हैं, या फिर उन्हें किसी बैंक या फाइनेंस कंपनी से बस खरीदने के लिए पैसे उधार मिल जाएँगे तो वे फिर बिना कुछ सोचे समझे ही इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने के बारे में निर्णय ले लेते हैं।

लेकिन यदि आप इस बिजनेस में आगे आने वाले जोखिम को कम करना चाहते हैं तो आपको अपने बस का बिजनेस अच्छे ढंग से योजनाबद्ध और अपने विवेक का इस्तेमाल करके शुरू करना चाहिए । वह इसलिए ताकि इस बिजनेस की असफलता की संभावना को कम किया जा सके।

बिजनेस मॉडल का चयन करें

बहुत सारे लोगों को लगता है की बस का बिजनेस शुरू करने का मतलब खुद की बस खरीदकर उसे खुद या फिर ड्राईवर/कंडक्टर रखकर किसी रूट पर नियमित तौर पर चलाना होता है। लेकिन यहाँ पर बात Bus Service Business की हो रही है, और इसके लिए बस खरीदना जरुरी नहीं है।

कहने का आशय यह है की कोई भी इच्छुक व्यक्ति जो खुद का बिजनेस शुरू करना चाहता है उसके पास ऐसा करने के दो बिजनेस मॉडल मौजूद रहते हैं। पहला बिजनेस मॉडल यह है की उद्यमी किसी भीड़ भाड़ वाली जगह यानिकी जहाँ पर बसों की ज्यादा माँग रहती हो, वहाँ पर खुद का एक छोटा सा ऑफिस खोले।

ऐसे लोगों से मिले जिनके पास खुद की बसें हैं और उनका संपर्क लेकर उनसे टाई अप करे। जैसे ही किसी भी व्यक्ति को किसी भी काम के लिए टूर के लिए, शादी विवाह के लिए, धार्मिक यात्रा के लिए बस चाहिए होगी वह आपके ऑफिस में आएगा ।

और आप बस के स्वामियों से बस की उपलब्धता के बारे में पता करके उस बस को ग्राहक के लिए बुक कर देंगे । इस प्रक्रिया में आप कमीशन के जरिये पैसे कमा रहे होते हैं ।

दूसरा मॉडल हम सबको पता है इसमें आपको खुद की बस खरीदनी होती है, आप अपने खर्चा करने की क्षमता के अनुसार एक या एक से अधिक बसें भी अपने बिजनेस के लिए खरीद सकते हैं।

यही कारण है की बस का बिजनेस शुरू करने वाले उद्यमी को सबसे पहले इसके बिजनेस मॉडल का चुनाव करने की आवश्यकता होती है। ऐसे लोग जिनके पास इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने के लिए पैसों की कमी है वे पहले मॉडल के माध्यम से इस बिजनेस को शुरू कर सकते हैं ।

लेकिन जो खुद एक ड्राईवर हैं और उनके पास खुद का बस का बिजनेस शुरू करने के लिए पर्याप्त पैसे हैं या फिर उन्हें लगता है की वे पैसों का प्रबंध कर लेंगे, तो उनके लिए दूसरा विकल्प अच्छा है।

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प्रोजेक्ट प्लान तैयार करें

अब आपने जिस भी बिजनेस मॉडल का चयन इसके लिए किया हो, आपको उसके लिए एक व्यवहारिक परियोजना रिपोर्ट तैयार करनी चाहिए।एक परियोजना रिपोर्ट के कई मूलभूत तत्व होते हैं । लेकिन अनुमानित लागत और अनुमानित कमाई इस परियोजना रिपोर्ट के सबसे अहम् बिन्दुओं में से एक हैं।

यद्यपि इसमें बस के बिजनेस मॉडल, कितनी बसें खरीदनी है, ऑफिस कहाँ पर रखना है, बसों को खरीदने के लिए पैसे का प्रबंध कहाँ से करना है। शुरुआत में बसों को किस रूट पर लगाना है।

बसों से कमाई करने का मुख्य स्रोत क्या होगा? परियोजना को शुरू करने में अनुमानित लागत और एक वर्ष में होने वाले अनुमानित मुनाफे का भी ब्यौरा होना चाहिए।

यदि आप एक व्यवहारिक प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर लेते हैं तो इसका एक और फायदा आपको यह हो सकता है की आपको बैंकों या गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थानों से अपने बस का बिजनेस शुरू करने के लिए लोन आसानी से मिल सकता है।

वित्त का प्रबंध करें

किसी भी बिजनेस को विचार से यथार्थ में बदलने के लिए वित्त की आवश्यकता होती है। यह अलग बात है की सभी प्रकार के बिजनेस को शुरू करने के लिए उनके आकार, प्रकृति इत्यादि के हिसाब से अलग अलग मात्रा में वित्त की आवश्यकता होती है ।

इस बिजनेस (Bus Service Business) को शुरू करने के लिए भी कितनी वित्त की आवश्यकता होगी वह इस बात पर निर्भर करेगा की उद्यमी कौन से बिजनेस मॉडल और कितनी संख्या में बसों को खरीदकर यह बिजनेस शुरू करना चाहता है।

वैसे यदि उद्यमी को इस तरह के व्यवसाय का पूर्व में कोई अनुभव नहीं है तो उसे मात्र एक बस खरीदकर इस तरह का यह व्यवसाय शुरू करने की सलाह दी जाती है ।

लेकिन यदि उद्यमी अपने इन्वेस्टमेंट को और सुरक्षित बनाना चाहता है तो पहले उसे फर्स्ट बिजनेस मॉडल को अपनाकर इस बिजनेस को करना चाहिए। और जब उसे अनुभव हो जाए तो उसके बाद खुद की बस खरीद लेनी चाहिए।

यदि उद्यमी इस बिजनेस को केवल एक बस खरीदकर भी शुरू करना चाहता है तो उसे ₹17 – 35 लाख की आवश्यकता हो सकती है। यद्यपि यदि उद्यमी खुद ड्राईवर है और उसके पास लगभग 10-12 लाख रूपये उसकी बचत के हैं, तो वह बाकी रकम बस को फाइनेंस करा के भी कर सकता है।

इसमें फायदा यह होगा की उद्यमी उस बस से अपना बिजनेस शुरू करेगा और चूँकि वह खुद ही ड्राईवर है तो ड्राईवर को दी जाने वाली सैलरी को वह बश की किश्त के रूप में हर महीने फाइनेंस कंपनी को दे सकता है।

बिजनेस के लिए जरुरी बसें खरीदें

वित्त का प्रबंध कर लेने के बाद अब उद्यमी का अगला कदम बिजनेस के लिए जरुरी बसों को खरीदने का होना चाहिए। वर्तमान में इंडिया में कई कंपनियाँ जैसे Ashok Leyland , TATA Motors,  Eicher Motors, BharatBenz, Mahindra  & Mahindra इत्यादि बसों का निर्माण करती हैं।

आपको अपने एरिया में उपलब्ध बस कंपनियों की सर्विसेज इत्यादि के आधार पर बस कंपनी का चयन करना चाहिए। एक ऐसी बस कंपनी जिसका आपके एरिया में न तो कोई सर्विस सेण्टर हो और न ही कोई अच्छा सा शोरूम उस कंपनी की बस खरीदना आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है।

कहने का आशय यह है की अलग अलग कंपनियों की बसों का डिजाईन अलग अलग हो सकता है और इनमें लगे ऑटो पार्ट्स का डिजाईन भी अलग हो सकता है। ऐसे में यदि आपने किसी ऐसी कंपनी की बस खरीद ली, जिसका सर्विस सेण्टर या ऑटो पार्ट्स आपके एरिया में उपलब्ध ही नहीं है। तो फिर उसे आप ठीक कैसे कराएँगे ।

इसलिए बस का बिजनेस शुरू करने के लिए किस कंपनी की बस खरीदनी है, इसका निर्णय बड़ा सोच समझकर लें। बस का चयन करते समय इस बात को भी ध्यान में रखें की आप उस बस का इस्तेमाल किस तरह से करने वाले हैं ।

जैसे यदि कोई उद्यमी अपनी बस को केवल टूरिस्ट डेस्टिनेशन तक यात्रियों को लाने और पहुँचाने करने के लिए करना चाहता है तो इसके लिए वॉल्वो एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

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आवश्यक लाइसेंस/परमिट इत्यादि प्राप्त करें

उद्यमी चाहे तो अपने बिजनेस को प्रोप्राइटरशिप फर्म के तौर पर रजिस्टर करके व्यवसाय के नाम से पैन कार्ड और जीएसटी रजिस्ट्रेशन भी प्राप्त कर सकता है । लेकिन इसकी अनिवार्यता उद्यमी के बिजनेस टर्नओवर पर निर्भर करेगी। इसके अलावा एक बस को सड़क पर चलाने के लिए कई सारे दस्तावेजों की आवश्यकता होती है, जिनमें से कुछ की लिस्ट इस प्रकार से है।

  • बस का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट आम तौर पर इसके लिए बस शोरूम द्वारा स्थानीय आरटीओ ऑफिस से बस खरीदते समय ही आवेदन कर दिया जाता है।
  • जब तक आपका रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट नहीं आता है, तब तक आप बस के बिल को दस्तावेज के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं । हालांकि इसके लिए एक महीने या फिर 15 दिनों का निश्चित समय दिया हुआ होता है।
  • बस का इंश्योरेंस सर्टिफिकेट चाहिए होता है।
  • बस का फिटनेस सर्टिफिकेट चाहिए होता है।
  • बस के पोल्यूशन  सर्टिफिकेट की आवश्यकता होती है ।
  • बस का परमिट लेने की भी जरुरत होती है ।

इनमें से कुछ जरुरी लाइसेंस जैसे बस के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट और इंश्योरेंस के लिए बस शोरूम द्वारा ही बस खरीदते समय आवेदन कर दिया जाता है।  जबकि बाकी लाइसेंस और परमिट आपको खुद करने होते हैं।

बस सर्विस के लिए रूट का चयन करें

बहुत सारे क्षेत्र ऐसे होते हैं जहाँ पर टाइम टेबल से बसे चलाने की आवश्यकता होती है। ऐसे में वहां पर स्थानीय स्तर पर बस सेवा प्रदान करने वाले लोगों की एक समिति या संगठन बना हुआ होता है।

उद्यमी चाहे तो इस समिति और संगठन का हिस्सा बन सकता है। लेकिन बाकी क्षेत्र जहाँ पर इस तरह के संगठन या समितियाँ नहीं होती हैं वहाँ पर कौन से रूट पर कितनी बार बस चलानी है यह उद्यमी का अपना निर्णय होता है।

ऐसे में एक ऐसा रूट जहाँ पर अधिक सवारियाँ मिलने की संभावना है उद्यमी उस रोते पर नियमित तौर पर अपनी बस को चला सकता है। हालांकि इसमें कोई दो राय नहीं की सरकारी वाहन भी यात्रियों को एक स्थान से दुसरे स्थान ले जाने के लिए मौजूद हैं ।

लेकिन भारत में ट्रांसपोर्ट की माँग इतनी अधिक है की यहाँ पर सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली ट्रांसपोर्ट सर्विस नाकाफी नजर आती है। ऐसे में कोई भी इच्छुक व्यक्ति खुद का Bus Ka business शुरू करके किसी प्रोफिटेबल रूट पर अपनी बस चला सकता है ।

ड्राईवर/कंडक्टर नियुक्त करें

यदि आप खुद ही अपनी बस चला रहे हैं तो आपको सिर्फ एक कंडक्टर रखने की आवश्यकता हो सकती है। लेकिन यदि आप चाहते हैं की आप कोई अन्य काम करें तो बस चलाने के लिए आपको ड्राईवर/ कंडक्टर नियुक्त करने की आवश्यकता हो सकती है।

ड्राईवर और कंडक्टर की नियुक्ति रूट डिसाइड करने के बाद ही होनी चाहिए। क्योंकि अक्सर ड्राईवर और कंडक्टर रूट के बारे में पहले जानना चाहते हैं । ऐसे में यदि उद्यमी द्वारा पहले से रूट डीसाईडेड होगा तो ड्राईवर और कंडक्टर को नियुक्त करते समय सैलरी इत्यादि के बारे में बात करने में आसानी रहेगी।

सर्विस प्रदान करें और कमाएँ

एक सवारी बस को आप कई अन्य मौकों पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।  जैसे शादी विवाह में बारात को ईधर उधर ले जाने के लिए, राजनैतिक रैलियों में, धार्मिक यात्राओं इत्यादि में भी बस का इस्तेमाल किया जा सकता है।

हालांकि जरुरत पड़ने पर बस का इस्तेमाल स्कूल बस के तौर पर भी किया जा सकता है, लेकिन आम तौर पर स्कूल बसों को पीले पेन्ट से कलर कर दिया जाता है। इसलिए सवारी बसों का इस्तेमाल स्कूल बसों के तौर पर करने में थोड़ी परेशानी आ सकती है।

बाकी यह पूरी तरह उद्यमी पर निर्भर करता है की वह अपनी बस को नियमित रूट के अलावा अन्य किन किन कामों के लिए बुकिंग पर भेजना चाहता है।

बस का बिजनेस शुरू करने में खर्चा

बस का व्यवसाय शुरू करने आने वाला खर्चा इस बात पर निर्भर करेगा की उद्यमी किस बिजनेस मॉडल के तहत यह बिजनेस शुरू कर रहा है।

यदि वह दुसरे लोगों की बसों को अपनी Bus Service Company के साथ जोड़कर इस बिजनेस को शुरू करना चाहता है, तो उसे एक अच्छी जगह पर ऑफिस स्थापित करने के लिए पैसों की आवश्यकता होती है। इसके लिए उसे शुरूआती दौर में लगभग ₹75-90 हज़ार रूपये खर्चा करने की आवश्यकता होगी।

लेकिन यदि उद्यमी खुद की नई बस खरीदकर इस बिजनेस को शुरू करना चाहता है तो भी आने वाला खर्चा इस बात पर निर्भर करेगा की उद्यमी कितने बसों से इस बिजनेस को शुरू करना चाहता है। लेकिन यदि आप केवल एक बस से भी इस बिजनेस को शुरू करते हैं तो फिर इसके लिए आपको ₹17-35 लाख खर्चा करने की आवश्यकता हो सकती है।

बस के बिजनेस से कमाई

बस सर्विस बिजनेस से कितनी कमाई होगी इसका सटीक उत्तर देना किसी के लिए भी बहुत कठिन हो सकता है। क्योंकि बस से कमाई करने के लिए कौन सा उद्यमी क्या तरीके अपना रहा है, ये उसकी कमाई को प्रभावित करते हैं।

जैसे कई उद्यमी अपनी बस के बाहर विज्ञापनों का इस्तेमाल करके भी पैसे कमा रहे होते हैं, तो अधिकतर लोगों का इस बिजनेस से कमाई का जरिया यात्रियों से लिया जाने वाला किराया ही होता है ।

इसके अलावा बस के स्वामी अपनी बस को लोगों की आवश्यकता के हिसाब से विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान होने वाली यात्राओं पर भी भेजते रहते हैं। यात्रियों से नियमित तौर पर होने वाली कमाई ट्रेवल करने वाले यात्रियों की संख्या पर निर्भर करती है। लेकिन आंकड़ों की मानें तो एक बस से एक दिन में ₹8500-9500 ग्रॉस इनकम की जा सकती है।

बस के बिजनेस को सफल कैसे बनाएँ

अपने बस के बिजनेस को सफल बनाने के लिए आप निम्नलिखित बातों का अनुसरण कर सकते हैं।

  • यदि आप अपने बिजनेस के लिए ड्राईवर/कंडक्टर नियुक्त कर रहे हैं, तो अनुभवी और नशे से दूर रहने वाले लोगों को प्राथमिकता दें ।
  • बस को किसी ऐसे रूट पर चलाएँ जहाँ पर भीड़ भाड़ रहती हो, और सवारियाँ अधिक मिलने की संभावना हो।
  • बुकिंग जैसे शादी विवाह या अन्य किसी भी कार्यक्रम के लिए हमेशा तैयार रहें। शादी के सीजन में संभव हो तो बस की बुकिंग पहले ही ले लें।
  • बस को केवल और केवल ड्राईवर/कंडक्टर के भरोसे न छोड़ें इस बिजनेस को अच्छे ढंग से समझने के लिए कभी कभी खुद भी खुद की बस में ट्रेवल करें।
  • वर्तमान में लोगों में बसों को ऑनलाइन बुकिंग करने का चलन भी बढ़ता जा रहा है, इस चलन का फायदा लेने के लिए अपनी बस को मेकमाईट्रिप, रेड बस एवं अन्य लोकप्रिय ऑनलाइन प्लेटफोर्म पर रजिस्टर करें।

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FAQ (सवाल/जवाब)

बस का बिजनेस कहाँ शुरू करना चाहिए?

बस का बिजनेस कहीं भी शुरू किया जा सकता है। लेकिन शहरों में जहाँ पर दिन में लाखों लोग ट्रेवल करते हैं वहाँ पर यह बिजनेस करना फायदेमंद होता है।

क्या बिना बस ख़रीदे भी बस सर्विस का बिजनेस शुरू किया जा सकता है?

जी हाँ बिलकुल किया जा सकता है, इस बिजनेस मॉडल में आप कमीशन से पैसे कमा रहे होते हैं ।

भारत में ट्रांसपोर्ट से जुड़े हुए बिजनेस को बेहद प्रॉफिटेबल बिजनेस के तौर पर देखा जाता है, और अच्छी बात यह है की यह Bus Service Business भी इसी से जुड़ा हुआ है।

आशा करते हैं की हमारे द्वारा दी गई बस व्यापार के बारे में यह जानकारी आपको न सिर्फ पसंद आई होगी। बल्कि पूरा लेख पढ़कर आप अच्छी तरह से यह बात समझ गए होंगे की बस का बिजनेस शुरू करने के लिए आपको कौन कौन से जरुरी कदम उठाने की आवश्यकता हो सकती है।

 

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