Film Director Kaise Bane (Course Qulification Career Saalry ), फिल्म डायरेक्टर कैसे बनें? (कोर्स, योग्यता, करियर, सैलरी) #Storiesviewforall

कहीं आप भी इन्टरनेट पर इस प्रश्न (Film Director Kaise Bane) का हल तो नहीं ढूँढ रहे हैं? यदि हाँ तो कोई बात नहीं आज आपको भारत में फिल्म डायरेक्टर बनने की पूरी प्रक्रिया के बारे में विस्तारपूर्वक बता दिया जाएगा । यदि आपने इस लेख को अंत तक पढ़ दिया तो यकीन मानिये उसके बाद आप यह जरुर जान जाएँगे की भारत में यदि कोई इच्छुक व्यक्ति चाहे तो डायरेक्टर कैसे बन सकता है ।

Film Director Kaise  Bne
                                                            Film Director Kaise Bne

भारत जनसँख्या में दूसरा सबसे बड़ा देश है इसलिए यहाँ का फिल्म उद्योग और मनोरंजन जगत बहुत बड़ा है। यही कारण है की कोई एक फिल्म के सुपरहिट होने पर भी किसी भी फ़िल्मी डायरेक्टर का नाम प्रसिद्धि पा सकता है।

वर्तमान में बहुत सारे ऐसे डायरेक्टर हैं जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक्टर के रूप में की, लेकिन बाद में इन्हें सफलता डायरेक्टर के रूप में ही मिली इनमें करण जोहर, आदित्य चोपड़ा, फरहान अख्तर, सूरज बडजात्या इत्यादि नाम प्रमुख हैं। इसके अलावा भी भारतीय फिल्म उद्योग में बहुत सारे सफल डायरेक्टर उपलब्ध हैं। Film Director Kaise  Bne

लेकिन सवाल यह उठता है की क्या एक डायरेक्टर बनने के लिए कोई विशेष पढाई या कोर्स करने की आवश्यकता होती है । या फिर जिसके पास फिल्मों में निवेश करने को पैसा है वह कोई भी फिल्म डायरेक्टर बन सकता है। वैसे देखा जाय तो एक फिल्म बनाने के लिए सबसे प्रभावी उपकरण के तौर पर पैसे का ही इस्तेमाल किया जाता है । लेकिन डायरेक्टर बनने के लिए एक खास योग्यता चाहिए होती है इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है ।

Film Director Kaise  Bne
                Film Director Kaise Bne

Table of Contents

फिल्म डायरेक्टर कौन होते हैं?

एक फिल्म डायरेक्टर एक फिल्म के सभी कलात्मक और नाटकीय पहलुओं को नियंत्रित करता है। उसी के दिशानिर्देशों के आधार पर फिल्म का निर्माण होता है। पूरी फिल्म में कहाँ पर किस तरह का सीन रखना है, काटना है, किस तरह से एडिट करना है यह सब कार्य एक फिल्म डायरेक्टर के निर्देशों के आधार पर ही होता है।

कहने का आशय यह है की फिल्म की पटकथा से लेकर फिल्म निर्माण के सभी रचनात्मक पहलुओं का चयन करने की जिम्मेदारी फिल्म डायरेक्टर की ही होती है। आम तौर पर किसी फिल्म के डायरेक्टर उस फिल्म के एग्जीक्यूटिव प्रोडूसर द्वारा नियुक्त किये गए होते हैं। बहुत सारे मामलों में एग्जीक्यूटिव प्रोडूसर और डायरेक्टर एक ही होते हैं ।

एक डायरेक्टर क्या काम करता है?

एक फिल्म डायरेक्टर की भूमिका किसी भी फिल्म को बनाने में सबसे महत्वपूर्ण होती है। क्योंकि डायरेक्टर के ही दिशानिर्देश में फिल्म का निर्माण कार्य शुरू होता है, उसके निर्देशन में ही सम्पन्न होता है। डायरेक्टर द्वारा किये जाने वाले प्रमुख कामों की लिस्ट निम्नवत है।

  • एक फ़िल्मी डायरेक्टर उस फिल्म के सभी कलात्मक और नाटकीय पहलुओं को नियंत्रित करने का काम करता है।
  • फिल्म की पटकथा की कल्पना करना और किसी पात्र के लिए कौन से अभिनेता को साइन किया जाय यह काम भी डायरेक्टर ही करता है ।
  • जरुरी हो तो अभिनेताओं का ऑडिशन लेकर उन्हें अपनी फिल्म में कौन सी भूमिका देनी है, यह जिम्मेदारी भी डायरेक्टर की ही होती है।
  • शूटिंग कहाँ होगी, प्रोडक्शन डिजाईन इत्यादि सभी कामों को डायरेक्टर ही करता है।      
फ़िल्मी डायरेक्टर कितने प्रकार के होते हैं? (Types of Film Director)

एक फिल्म बनाना बहुत बड़ा प्रोजेक्ट होता है, इसे किसी एक व्यक्ति की देखरेख में पूर्ण करना लगभग असमभव होता है । यही कारण है की बड़ी फिल्मों में म्यूजिक डायरेक्टर अलग होता है, डांसिंग डायरेक्टर अलग होता है, फिल्म डायरेक्टर अलग होता है । डायरेक्टर की भूमिका के आधार पर इन्हें निम्नलिखित प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है ।

फिल्म डायरेक्टर

इस प्रकार का डायरेक्टर बनने के लिए आपको फिल्म और आर्ट में औपचारिक शिक्षा या फिर डिग्री की आवश्यकता हो सकती है । कहने का आशय यह है की सम्बंधित सेक्टर में डिप्लोमा या डिग्री लेकर आप फिल्म डायरेक्टर बन सकते हैं ।

किसी फिल्म के डायरेक्टर उस फिल्म के सभी रचनात्मक पहलुओं के हेड होते हैं । वे फिल्म के विभिन्न पहलुओं जैसे पटकथा, अभिनेता, संगीत, निर्देशन, निर्माण, नृत्य इत्यादि सभी पर नियंत्रण करते हैं। इस तरह का डायरेक्टर बनने के लिए आपके पास सिर्फ सम्बंधित डिग्री का होना ही पर्याप्त नहीं है। बल्कि रचनात्मक सोच और अच्छी फिल्म कैसे बन सकती है का विश्लेषण करने की क्षमता भी एक फिल्म डायरेक्टर में होनी चाहिए।

डांसिंग डायरेक्टर

आपने देखा होगा की यदि किसी फिल्म में डांस नहीं होगा तो वह फिल्म लोगों को कम ही पसंद आती है। ऐसे में वे लोग जो डांसिंग डायरेक्टर बनना चाहते हैं वे फाइन आर्ट से बीए या फिर बीएफए की डिग्री ले सकते हैं। कहने का आशय यह है की नृत्य फिल्म जगत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है, जिसके बगैर वर्तमान में शायद ही कोई फिल्म बनाना संभव है ।

डांसिंग डायरेक्टर को दूसरी भाषा में कोरियोग्राफर भी कहा जाता है । इनका काम अभिनेता, अभिनेत्रियों इत्यादि को डांस में कौन से मूव करने हैं, बैकग्राउंड में क्या रहेगा? डांस करते समय कौन से costume पहनने हैं? सभी पहलुओं को नियंत्रित और देखरेख करने का होता है।

कास्टिंग डायरेक्टर

जब फिल्म बड़ी हो और फिल्म डायरेक्टर के पास अन्य कई जरुरी काम हों, या फिर ऐसा भी हो सकता है की जिस अभिनेता या अभिनेत्री से फिल्म डायरेक्टर संपर्क कर रहा हो, वह उसकी फिल्म में काम करने से मना कर दे रहे हों । ऐसी स्थिति में कास्टिंग डायरेक्टर की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है।

एक कास्टिंग डायरेक्टर का काम किसी भी फिल्म में काम करने के लिए अभिनेता, अभिनेत्रियों इत्यादि को एकत्रित करने का होता है। आम तौर पर कास्टिंग डायरेक्टर की जान पहचान फिल्म इंडस्ट्री में फिल्म निर्माताओं से होती है। जिससे ये एक बिचौलिए की भूमिका में रहते हैं।

म्यूजिक डायरेक्टर

संगीत तो किसी भी फिल्म में जान फूंक देता है, फिल्म देखने के बाद लोगों के होंठों पर या तो उसका संगीत रह जाता है, या फिर फिल्म के डायलोग। एक म्यूजिक डायरेक्टर का काम किसी फिल्म के लिए संगीत का चयन करना, गानों को कैसे फिल्माया जाएगा उसकी व्यवस्था करना, फिल्म की जरूरतों के अनुसार कौन से संगीतकार उस फिल्म के लिए ठीक रहेंगे उनका चयन करना। गानों के लिए रिहर्सल कराना और फाइनल संगीत को रिकॉर्ड करना और फिल्माने इत्यादि काम होता है ।

एक संगीत निर्देशक को फिल्म के अन्य निर्देशकों के साथ ताल मेल बिठाकर काम होता है, फिल्म की संगीत की जरुरत को समझते हुए उसी के अनुरूप संगीत प्रदान करना होता है।

उपर्युक्त प्रकारों के अलावा फिल्म एडिटर, सिनेमेटोग्राफर, फिल्म प्रोडूसर इत्यादि भी फिल्म डायरेक्टर के ही प्रकार हैं।

फिल्म डायरेक्टर बनने के लिए पात्रता

हालांकि टैलेंट कभी भी पात्रता का मोहताज नहीं होता। लेकिन ऐसे उम्मीदवार जो भविष्य में खुद को एक फिल्म डायरेक्टर के रूप में देखना चाहते हैं। उनके लिए कुछ पात्रता मानदंड निर्धारित हैं जो इस प्रकार से हैं।

  • फिल्म डायरेक्टर बनने के लिए सबसे अहम् पात्रता मानदंडों में यह है की आपने पहले कभी भी किसी डायरेक्टर को असिस्ट किया हो, यानिकी आपने असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया हुआ हो।
  • आपकी कम से कम शैक्षणिक योग्यता ग्रेजुएट होनी आवश्यक है ।
  • आप चाहें तो मास्टर ऑफ़ फाइन आर्ट्स (MFA) भी फिल्म डायरेक्टर बनने के लिए हासिल कर सकते हैं।
  • यदि आप फिल्म डायरेक्टर बनना चाहते है तो आपको 10+2 करने के बाद फिल्म अध्यन में कोई एसोसिएट डिग्री, फिल्म निर्माण में बीए, डिजिटल फिल्म निर्माण में बीएससी , सिनेमा स्टडी में बीए, फिल्म स्टडी में एमए इत्यादि करने की भी आवश्यकता हो सकती है।
डायरेक्टर बनने के लिए कौन कौन से कोर्स किये जा सकते हैं?

जैसा की हम पहले भी बता चुके हैं की एक ऐसा व्यक्ति जिसे फिल्मों का विश्लेषण करना अच्छा लगता है और वह उनमें कुछ रचनात्मक बदलाव करने की क्षमता रखता है, वह भी फिल्म डायरेक्टर बन सकता है। लेकिन भारत में इस तरह के फील्ड में करियर बनाने के लिए सभी प्रकार के कोर्स सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, डिग्री और मास्टर कोर्स उपलब्ध हैं।

डायरेक्टर बनने के लिए सर्टिफिकेट कोर्स
  • सर्टिफिकेट कोर्स इन डिजिटल फिल्म मेकिंग
  • सर्टिफिकेट कोर्स इन एड फिल्म मेकिंग
  • सर्टिफिकेट कोर्स इन एडवांस डायरेक्शन
  • सर्टिफिकेट कोर्स इन एडवांस्ड एडिटिंग
  • सर्टिफिकेट कोर्स इन स्टीरियोस्कोपिक फिल्म मेकिंग
डायरेक्टर बनने के लिए डिप्लोमा कोर्स
  • डिप्लोमा इन सिनेमेटोग्राफी
  • डिप्लोमा इन फिल्म मेकिंग
  • डिप्लोमा इन डिजिटल फोटोग्राफी
  • डिप्लोमा इन डाक्यूमेंट्री फिल्म मेकिंग
  • डिप्लोमा इन परफोर्मिंग आर्ट्स
  • डिप्लोमा इन कैमरा एंड लाइटिंग तकनीक
डायरेक्टर बनने के लिए अंडरग्रेजुएट कोर्स
  • बीए इन मल्टीमीडिया इन फिल्म प्रोडक्शन
  • visual कम्युनिकेशन में बीएससी
डायरेक्टर बनने के लिए पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स
  • एमए इन आर्ट्स एंड एस्थेटिक्स
  • मास्टर ऑफ़ परफोर्मिंग आर्ट्स
  • मास्टर ऑफ़ visual आर्ट
  • visual कम्युनिकेशन से एमएससी
भारत में फिल्म डायरेक्टर कैसे बनें? (India Me Director Kaise Bane)

भारत में फिल्म डायरेक्टर बनने की स्टेप बाई स्टेप जानकारी नीचे दी जा रही है।

फिल्म मेकिंग से जुड़ा कोई कोर्स पूरा करें

फिल्म मेकिंग से जुड़ा कोई कोर्स करें, भारत में बहुत सारी यूनिवर्सिटी/कॉलेज हैं जो इस तरह का कोर्स ऑफर करती हैं। कई यूनिवर्सिटी और कॉलेज अपना इंटरनल एंट्रेंस एग्जाम आयोजित कराके उसमें प्राप्त रैंक के आधार पर एडमिशन देते हैं । तो कई कॉलेज और यूनिवर्सिटी डायरेक्ट एडमिशन भी देते हैं।

विभिन्न शैलियों की फ़िल्में देखें

जब आपका कोर्स पूरा हो जाता है तो उसके तुरंत बाद आपको कोई अपने फिल्म में डायरेक्टर नहीं बना देगा। अब जो शिक्षा आपने ग्रहण की है उसका व्यवहारिक इस्तेमाल करने के लिए आपको विभिन्न शैलियों की फिल्मे देखकर उनका विश्लेषण करना चाहिए। ऐसी कौन सी फ़िल्में हैं जो दर्शकों के बीच लम्बे समय तक सिनेमाघरों में छाई रही, उनमें किस तरह की टेक्नोलॉजी, शैली, रचनात्मकता का इस्तेमाल किया गया है ।

सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि फिल्म में छोटी छोटी बातों का विश्लेषण करना चाहिए जो एक आम आदमी नहीं कर सकता है । सिर्फ बॉलीवुड की ही नहीं, बल्कि हॉलीवुड और दक्षिण भारतीय फिल्मों का भी विश्लेषण करना जरुरी हो जाता है ।

पटकथा पढ़ें और बनाएँ

डायरेक्टर बनने की चाह रखने वाले ऐसे बहुत से युवा होते हैं, जो ये सोचते हैं की जब उन्हें मौका मिलेगा तो वे भी एक अच्छी पटकथा बना सकते हैं । लेकिन कुछ न करके क्या सिर्फ मौके का इंतजार करना ही सही है? और इसकी क्या गारंटी है की जब आपको मौका मिलेगा तो आप फिल्म के निर्माता को इतना इम्प्रेस कर देंगे की वह आपको डायरेक्टर के तौर पर नियुक्त कर ले। यदि आप चाहते हैं की जब आपको वह गोल्डन मौका मिले, आप उसे गंवाएं नहीं तो मौके का इंतजार करने के बजाय आपको अन्य फिल्मों के स्क्रीनप्ले पढ़कर खुद की पटकथा लिखनी होगी।

और कल्पना करनी होगी की जो पटकथा आपने लिखी हुई है उसे आप कैसे डायरेक्ट करेंगे? प्रैक्टिस करने के लिए आप अपने दोस्तों की मदद ले सकते हैं । जैसे जैसे आपका अभ्यास होता जाएगा वैसे वैसे आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। इस प्रकार से आप अपने आपको उस गोल्डन अवसर के लिए तैयार कर पाएंगे, जो आपको आपकी लाइफ में मिलेगा ।

सार्वजनिक स्थलों के दृश्यों का विश्लेषण करें

फिल्म डायरेक्टर बनने के लिए अब आपका अगला कदम, सार्वजनिक स्थानों पर जाकर दृश्यों का विश्लेषण करने का होना चाहिए। उदाहरण के तौर पर देखें तो यदि आपने कोई फिल्म डायरेक्ट करने से पहले किसी किसान को खेत में हल चलाते हुए नहीं देखा होगा, या देखा भी होगा तो एक डायरेक्टर या विश्लेषण करने की नज़रों से नहीं देखा होगा।

तो जब आप कोई ऐसी फिल्म को डायरेक्ट कर रहे होंगे जहाँ पर किसान को हल से खेत जोतते हुए दिखाया गया हो तो आप उस सीन में वास्तविकता पैदा कर पाने में फेल हो सकते हैं। ध्यान रहे की दर्शकों को फिल्म में वास्तविक लगने वाले दृश्य काफी पसंद होते हैं । ऐसे में आपको विभिन्न स्थलों पर जाकर विभिन्न दृश्यों का विश्लेषण करना होगा ।

लघु फिल्मों को डायरेक्ट करें

इतना सब कुछ कर लेने के बाद जब आपको लगता है की आप किसी फिल्म को निर्देशित कर सकते हैं । तो जरुरी नहीं है की आप किसी बॉलीवुड, हॉलीवुड या साउथ की ३ घंटे की फिल्म को निर्देशित करने का इंतजार करें । आप चाहें तो लघु फिल्मों को भी डायरेक्ट कर सकते हैं, वर्तमान में फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे बहुत सारे डायरेक्टर मिल जाएँगे जिन्होंने डायरेक्शन की शुरुआत लघु फिल्मों से ही की, लेकिन आज की तारीख में वे एक सफल डायरेक्टर हैं ।

आज सोशल मीडिया और प्रसिद्ध विडियो शेयरिंग वेबसाइट के माध्यम से लघु फिल्मों को बनाना और निर्देशित करना काफी आसान हो गया है । यह काम आप यूट्यूब या सोशल मीडिया के माध्यम से भी कर सकते हैं ।

अपने काम को सोशल मीडिया के माध्यम से प्रमोट करें

जब आप किसी शोर्ट फिल्म को निर्देशित करके तैयार कर देते हैं, तो उसको आप अपना यूट्यूब चैनल बनाकर पब्लिश कर सकते हैं । और ध्यान रहे आपको सिर्फ एक ही शोर्ट मूवी नहीं बनानी है, बल्कि लगातार अपने स्किल, कौशल, योग्यता का इस्तेमाल करके इन्हें बनाना जारी रखना है।  और अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से पब्लिश करना है ।

और उसके बाद अपने इस काम को सोशल मीडिया के माध्यम से प्रमोट करना है। वर्तमान में सोशल मीडिया की पॉवर से हर कोई वाकिफ है। इसलिए एक बार यदि आपका काम वायरल हो गया तो आपको काम मिलने की संभावना भी अधिक हो जाती है ।

असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम करें           

जब आप डायरेक्टर बनने के लिए ये सभी प्रक्रियाएं पूर्ण कर लेते हैं । तो भारत की फिल्म इंडस्ट्री में देखा गया है की बहुत सरे सफल डायरेक्टर नए टैलेंट को अपने असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम करने का मौका देते हैं। जब आप किसी सफल स्थापित डायरेक्टर को असिस्ट कर रहे होते हैं तो उनसे आप इस क्षेत्र से सम्बंधित कई ऐसी चीजों को सीखते हैं, जो आपको पहले पता नहीं होती हैं।

हालांकि फिल्म इंडस्ट्री में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर भी काम करना इतना आसान नहीं है । इसके लिए व्यक्ति की इंडस्ट्री में अच्छी जान पहचान होनी चाहिए।

आम तौर पर जब आप किसी स्थापित फिल्म डायरेक्टर को असिस्ट कर रहे होते हैं, तो इस बीच आपकी जान पहचान इंडस्ट्री में काम करने वाले लोगों से हो जाती है । और इसके बाद भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में आपके डायरेक्टर बनने की संभावना अधिक हो जाती है।

फिल्म डायरेक्टर बनने में अवसर

जैसा की अब तक हम इस लेख में जान ही चुके हैं की एक फिल्म डायरेक्टर किसी फिल्म सम्बन्धी महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए जिम्मेदार होता है।इसलिए उसका महत्व किसी भी फिल्म में बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। भारत जनसँख्या की दृष्टी से दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है, यही कारण है की यहाँ की फिल्म इंडस्ट्री दुनिया की अमीर फिल्म इंडस्ट्री में से एक है ।

आज भी यदि किसी व्यक्ति को बॉलीवुड फिल्म में कोई रोल मिल जाता है और वह फिल्म हिट हो जाती है, तो वह व्यक्ति रातों रात हीरो बन जाता है। कहने का आशय यह है की यहाँ पर एक फिल्म ₹300 -₹400 करोड़ तक कमा देती है । और जिसका सबसे ज्यादा फायदा उस फिल्म के निर्माता निर्देशक को ही होता है ।

इसलिए एक बार जब आप डायरेक्टर बन जाते हैं, और आपके निर्देशन में कोई ऐसी फिल्म बन जाती है जो हीट हो जाती है, तो फिर इंडस्ट्री में आपकी जान पहचान बढ़ जाती है और आपका नेटवर्क मजबूत हो जाता है। जिससे आपको भविष्य में भी काम मिलने की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है ।

फिल्म डायरेक्टर की सैलरी कितनी होती है

एक आंकड़े की मानें तो भारत में एक फिल्म डायरेक्टर की औसतन सैलरी ₹5.5 लाख रूपये है। जो अन्य पेशेवरों की तुलना में काफी अच्छी है। लेकिन आम तौर पर देखा गया है की एक फिल्म का डायरेक्टर किसी एक फिल्म में निर्देशन देने के लिए ही लाखों रूपये की माँग करता है। ऐसे में जो अनुभवी और कुशल डायरेक्टर हैं वे साल में करोड़ों रूपये तक की भी कमाई करते हैं।    

मुझे उम्मीद है कि आप सभी लोगों को हमारा यह आर्टिकल जरूरी पसंद आया होगा। यदि आपको हमारा आर्टिकल पसंद आता है तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले और आर्टिकल पढ़ने के लिए धन्यवाद।

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FAQ (सवाल/जवाब)
क्या डायरेक्टर बनने के लिए कोर्स करना जरुरी है?

नहीं, ऐसा नहीं है अपने टैलेंट और अनुभव के आधार पर भी कोई व्यक्ति डायरेक्टर बन सकता है। लेकिन सम्बंधित कोर्स करने से राह थोड़ा आसान हो जाती है।  

फिल्म डायरेक्टर बनकर कितना कमा सकते हैं?

भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में डायरेक्टर बनाकर असीमित कमाई की जा सकती है, लेकिन यहाँ पर फ़िल्मी डायरेक्टर की औसतन वार्षिक सैलरी ₹5.5 लाख है।

इस लेख में हमारा पूरा फोकस इस सवाल (Film Director Kaise Bane) का जवाब देने पर रहा है । और इसमें हमने इसका विस्तारपूर्वक जवाब दिया भी है। यदि आपने इस लेख को प्पोरा पढ़ा होगा तो आशा करते हैं की आप अच्छी तरह से समझ गए होंगे की कोई इच्छुक व्यक्ति डायरेक्टर कैसे बन सकता है। आशा करते हैं की यह लेख आपके या आपके बच्चों के करियर को पंख लगाने में सहायक होगा । धन्यवाद    

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